best time to conceive as per birth chart

Delaymarriage
3 min readJust now

--

गर्भधारण का समय हर महिला के जीवन में एक खास महत्व रखता है। कई बार महिलाएं सही समय पर गर्भवती होने की योजना बनाती हैं, लेकिन कई कारणों से यह संभव नहीं हो पाता। क्या ज्योतिष इस सवाल का जवाब दे सकता है कि आप कब गर्भवती होंगी? इसका उत्तर है — हां। वैदिक ज्योतिष के आधार पर गर्भधारण, संभावनाओं और समस्याओं का विश्लेषण करने में सहायक हो सकता है। आइए जानते हैं कि ज्योतिष इस सवाल का उत्तर कैसे दे सकता है।

जन्म कुंडली और गर्भधारण का समय

ज्योतिष में जन्म कुंडली को व्यक्ति के जीवन के हर पहलू का आइना माना जाता है। यह न केवल आपकी शादी या करियर के बारे में जानकारी देती है, बल्कि आपके परिवार विस्तार और गर्भधारण के समय के बारे में भी भविष्यवाणी कर सकती है।

1. पंचम भाव: पंचम भाव (पांचवां घर) बच्चों का प्रतिनिधित्व करता है। इस भाव में मौजूद ग्रह और उनके प्रभाव गर्भधारण की संभावनाओं को दर्शाते हैं।

2. जुपिटर (गुरु): गुरु को संतान और ज्ञान का कारक माना जाता है। यदि गुरु का प्रभाव शुभ है, तो गर्भधारण के अच्छे योग बन सकते हैं।

3. चंद्रमा और शुक्र का महत्व: चंद्रमा और शुक्र का स्वस्थ और मजबूत होना गर्भधारण के लिए आवश्यक है। ये ग्रह भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य का संकेत देते हैं।

गर्भधारण में देरी के ज्योतिषीय कारण

1. पंचम भाव में अशुभ ग्रह: राहु, केतु, या शनि का पंचम भाव में प्रभाव गर्भधारण में रुकावट पैदा कर सकता है।

2. गुरु का कमजोर होना: गुरु के अशुभ प्रभाव या कमजोर स्थिति के कारण गर्भधारण में देरी हो सकती है।

3. चंद्रमा और शुक्र की स्थिति: यदि चंद्रमा और शुक्र कमजोर हैं या उन पर किसी अशुभ ग्रह का प्रभाव है, तो यह संतान योग में बाधा उत्पन्न कर सकता है।

गर्भधारण के लिए ज्योतिषीय उपाय

1. संतान गोपाल मंत्र का जाप: नियमित रूप से संतान गोपाल मंत्र का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

2. गुरु की पूजा: गुरु को मजबूत करने के लिए बृहस्पति वार के दिन व्रत रखें और गुरु ग्रह के मंत्रों का जाप करें।

3. पंचम भाव की शांति: पंचम भाव में अशुभ ग्रहों के प्रभाव को कम करने के लिए विशेष पूजा करें।

4. चंद्रमा और शुक्र के उपाय: चंद्रमा के लिए सोमवार का व्रत और शुक्र को मजबूत करने के लिए शुक्रवार का व्रत करें।

ज्योतिषीय परामर्श की आवश्यकता

यदि गर्भधारण में देरी हो रही है, तो किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेना आवश्यक है। वे आपकी कुंडली का गहराई से अध्ययन कर सकते हैं और आपको सही उपाय और समय के बारे में जानकारी दे सकते हैं।

गर्भधारण का सही समय

ज्योतिष में ग्रहों के गोचर और दशा के आधार पर गर्भधारण का सही समय बताया जा सकता है। जब गुरु, चंद्रमा, और शुक्र अनुकूल स्थिति में होते हैं, तो गर्भधारण के अच्छे योग बनते हैं।

निष्कर्ष

संतान ज्योतिष न केवल आपके गर्भधारण के सही समय की भविष्यवाणी कर सकता है, बल्कि इसमें आ रही बाधाओं को दूर करने के उपाय भी प्रदान करता है। यदि आप यह जानना चाहती हैं कि आप कब गर्भवती होंगी, तो अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाएं और ग्रहों की स्थिति के अनुसार सही निर्णय लें।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

--

--

Delaymarriage
Delaymarriage

Written by Delaymarriage

From Dr. Vinay Bajrangi “Astrological services for business issues, health prediction, career selection, property astrology, married life issues, IVF Baby, etc.

No responses yet